दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर एनकाउंटर में ढेर हुआ कुख्यात गैंगस्टर
हरियाणा और दिल्ली पुलिस ने सोमवार सुबह एक बड़ी कार्रवाई करते हुए कुख्यात अपराधी रोमिल वोहरा को एनकाउंटर में मार गिराया। यह एनकाउंटर हरियाणा-दिल्ली बॉर्डर पर ज्वाइंट ऑपरेशन के तहत अंजाम दिया गया। रोमिल कई संगीन अपराधों में वांछित था, जिनमें कुरुक्षेत्र का शांतनु हत्याकांड और यमुनानगर में तिहरे हत्याकांड जैसे बड़े केस शामिल हैं।
एनकाउंटर के बाद प्रशासन ने शुरू की सख्त कार्रवाई
रोमिल वोहरा की मौत के कुछ ही घंटों बाद यमुनानगर प्रशासन ने उसके खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए अवैध निर्माण को गिराने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। नगर निगम की टीम ने उसके घर पर नोटिस चस्पा कर दिया है और 15 दिनों के भीतर मकान खाली करने और गिराने का आदेश भी जारी किया गया है।
कई बार दी गई थी चेतावनी, फिर भी नहीं माना रोमिल
यमुनानगर के उप नगर योजनाकार मनोज कुमार के अनुसार, रोमिल को पहले भी कई बार नोटिस भेजे गए थे। इन नोटिसों में मकान को अवैध घोषित करते हुए उसे खाली करने का निर्देश दिया गया था। लेकिन रोमिल और उसके परिवार ने इन आदेशों की अनदेखी की। अब प्रशासन ने सख्त रुख अपनाते हुए अंतिम नोटिस जारी किया है, जिसके तहत मकान को 15 दिनों के अंदर ध्वस्त किया जाएगा।
अवैध संपत्ति पर सरकार का शिकंजा
राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन अब अपराधियों की अवैध संपत्तियों पर भी सख्त एक्शन ले रहे हैं। इस तरह की कार्रवाई का मकसद न केवल अपराध को रोकना है, बल्कि यह भी संदेश देना है कि अपराध करके कोई भी व्यक्ति कानून से बच नहीं सकता। रोमिल वोहरा के खिलाफ यह कार्रवाई इसी नीति का हिस्सा मानी जा रही है।
स्थानीय लोगों में प्रशासन की कार्रवाई को लेकर समर्थन
स्थानीय निवासियों ने प्रशासन की इस कार्रवाई का स्वागत किया है। लोगों का कहना है कि ऐसे अपराधियों के खिलाफ सख्त कदम उठाना जरूरी है ताकि समाज में कानून का डर बना रहे। कई लोगों ने कहा कि यदि प्रशासन पहले ही ऐसा सख्त रुख अपनाता, तो शायद रोमिल जैसे अपराधी इतने हौसले से अपराध नहीं करते।
निष्कर्ष: अपराध और अवैध निर्माण दोनों पर चलेगा बुलडोजर
रोमिल वोहरा के एनकाउंटर के बाद जिस तेज़ी से उसके अवैध निर्माण पर कार्रवाई की गई है, वह साफ संकेत देता है कि अब सरकार ‘अपराध + अवैध संपत्ति = बुलडोजर’ के फॉर्मूले पर काम कर रही है। ऐसे मामलों में सख्ती न केवल अपराधियों को सबक सिखाती है, बल्कि समाज में न्याय और व्यवस्था की भावना को भी मजबूत करती है।