गाजियाबाद:
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में बहुचर्चित रवि शर्मा हत्याकांड में बड़ा खुलासा हुआ है। इस मामले में वांछित ₹25 हजार का इनामी आरोपी मोंटी चौधरी पुलिस मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। मुठभेड़ के दौरान दोनों पैरों में गोली लगने से वह घायल हो गया, जिसके बाद उसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मुठभेड़ के दौरान हुई गिरफ्तारी
घटना थाना मुरादनगर क्षेत्र की है। पुलिस टीम जब रावली रोड पर गश्त कर रही थी, तभी एक बाइक सवार संदिग्ध युवक पुलिस को देखकर भागने लगा। युवक ने खिमावती-सुराना लिंक रोड की ओर मोड़ काटा, जिस पर पुलिस ने पीछा किया। बाइक फिसल जाने के बाद जब पुलिस ने उसे पकड़ने की कोशिश की, तो उसने टीम पर गोली चला दी।
पुलिस ने आत्मरक्षा में जवाबी फायरिंग की, जिससे आरोपी मोंटी चौधरी घायल हो गया। उसे मौके से गिरफ्तार कर सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसके पास से एक अवैध .32 बोर की पिस्टल, तीन जिंदा कारतूस, दो खोखा कारतूस, और एक चोरी की बाइक बरामद की गई।
रवि शर्मा हत्याकांड की पूरी कहानी
यह मामला 18 जून का है, जब मिल्क रावली गांव निवासी रवि शर्मा (32) अपने पिता जितेंद्र शर्मा के साथ गाड़ी से गांव लौट रहे थे। रास्ते में जब उन्होंने अपनी भतीजी और उसके बच्चों को ऑटो में देखा, तो उन्हें अपनी गाड़ी में बैठाने लगे।
इसी दौरान गांव के ही रहने वाले मोंटी चौधरी और उसका साथी अजय, एक कार में वहां पहुंचे और रवि से गाड़ी हटाने को कहा। बात बढ़ी, लेकिन वे वहां से चले गए। कुछ देर बाद, दोनों आरोपी बाइक पर सवार होकर जितेंद्र शर्मा के घर पहुंचे और वहां गेट पर कई राउंड फायरिंग की।
थाने में भी की फायरिंग
इसके बाद जब पीड़ित परिवार पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराने गया, तो वहां भी मोंटी और अजय पहुंच गए और थाने परिसर में फायरिंग कर दी। इस गोलीबारी में रवि शर्मा को गोली लगी और वह गंभीर रूप से घायल हो गया। अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने रवि को मृत घोषित कर दिया।
पुलिस पर लापरवाही का आरोप
घटना के बाद रवि शर्मा के परिजनों ने स्थानीय पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया। मामला बढ़ता देख वरिष्ठ अधिकारियों ने तत्काल कार्रवाई करते हुए थाना प्रभारी समेत तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया और एक विशेष टीम का गठन किया गया।
आरोपी के खिलाफ कई आपराधिक मामले
पुलिस जांच में पता चला है कि मोंटी चौधरी पर मुरादनगर थाने में हत्या और बलात्कार जैसे गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। पूछताछ में उसने रवि शर्मा की हत्या करना कबूल कर लिया है। पुलिस अब आरोपी के आपराधिक नेटवर्क और अन्य मामलों में संलिप्तता की जांच कर रही है।
डीसीपी ने दी जानकारी
इस पूरे मामले की पुष्टि करते हुए डीसीपी देहात सुरेंद्रनाथ तिवारी ने बताया कि पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार आरोपी की पहचान मोंटी चौधरी पुत्र स्व. जितेंद्र के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि आरोपी को पकड़ने की प्रक्रिया के दौरान वह पुलिस टीम पर जानलेवा हमला कर रहा था, जिसके जवाब में पुलिस ने कार्रवाई की।
निष्कर्ष:
गाजियाबाद पुलिस ने मोंटी चौधरी को गिरफ्तार कर रवि शर्मा हत्याकांड में अहम सफलता हासिल की है। अब पुलिस की नजर आरोपी के नेटवर्क और उसके साथी अजय की गिरफ्तारी पर है।