गुमला में पुलिस को बड़ी सफलता, इनामी नक्सली फिरोज अंसारी गिरफ्तार
रांची/गुमला:
झारखंड के गुमला जिले में पुलिस को नक्सल विरोधी अभियान में बड़ी सफलता हाथ लगी है। झारखंड जनमुक्ति परिषद (JJMP) से जुड़े 5 लाख रुपये के इनामी नक्सली सब जोनल कमांडर फिरोज अंसारी को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और इलेक्ट्रॉनिक सामान भी बरामद किया।
गुप्त सूचना पर जंगल में की गई कार्रवाई
गुमला के एसपी हारिस बिन जमां ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि उन्हें जानकारी मिली थी कि बिशुनपुर थाना क्षेत्र के घाघरा जंगल में नक्सली सरगना रवींद्र यादव अपने हथियारबंद दस्ते के साथ किसी बड़ी आपराधिक घटना को अंजाम देने की फिराक में है।
इस इनपुट के बाद गुमला के एसडीपीओ सुरेश प्रसाद के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनाई गई और इलाके में सघन तलाशी अभियान शुरू किया गया। इसी दौरान नक्सली फिरोज अंसारी पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
गिरफ्तारी के समय भारी मात्रा में हथियार और सामान बरामद
पुलिस ने फिरोज अंसारी के पास से निम्न सामान बरामद किया:
-
एक .303 रायफल
-
200 राउंड कारतूस (.303 बोर)
-
150 राउंड कारतूस (7.62 एमएम)
-
तीन स्मार्टफोन और दो कीपैड मोबाइल फोन
-
एक मोबाइल चार्जर, इंटरनेट राउटर
-
दो डायरी और एक पिट्ठू बैग
इन सभी सामानों को जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेजा जाएगा, ताकि संगठन की गतिविधियों की और जानकारी मिल सके।
फिरोज अंसारी के खिलाफ दर्ज हैं 11 आपराधिक मामले
एसपी हारिस बिन जमां ने बताया कि फिरोज अंसारी जेजेएमपी का सब जोनल कमांडर है और उस पर पहले से ही 11 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। वह कई गंभीर वारदातों में शामिल रहा है, जिनमें हत्या, लूट, रंगदारी और विस्फोटक अधिनियम के तहत मामले शामिल हैं।
नक्सल गतिविधियों को कमजोर करने की दिशा में बड़ा कदम
फिरोज की गिरफ्तारी से जेजेएमपी संगठन को बड़ा झटका लगा है। यह कार्रवाई न केवल एक बड़े इनामी नक्सली को पकड़ने की दिशा में कामयाबी है, बल्कि इससे इलाके में नक्सल गतिविधियों पर भी असर पड़ेगा।
पुलिस अब यह जांच कर रही है कि फिरोज अंसारी किन अन्य नक्सली गतिविधियों में शामिल रहा है और उसके नेटवर्क में और कौन-कौन लोग जुड़े हुए हैं।
एसपी का बयान: नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई और तेज होगी
एसपी ने बताया कि गुमला पुलिस लगातार नक्सलियों के खिलाफ अभियान चला रही है। उन्होंने जनता से भी अपील की कि अगर किसी को नक्सली गतिविधियों की जानकारी हो तो वह पुलिस को सूचित करें। सूचना देने वाले की पहचान गोपनीय रखी जाएगी।
निष्कर्ष: झारखंड पुलिस की सक्रियता से नक्सलियों को लग रहा करारा झटका
झारखंड में नक्सलवाद से निपटने के लिए पुलिस का यह एक और बड़ा कदम है। फिरोज अंसारी जैसे बड़े इनामी नक्सली की गिरफ्तारी से साफ है कि अब नक्सलियों की कमर तोड़ने के लिए सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह सक्रिय हो गई हैं। आने वाले दिनों में इस नेटवर्क के और खुलासे होने की संभावना है।