दिल्ली-NCR को जाम से मिलेगी मुक्ति, बड़े प्रोजेक्ट्स से सुधरेगी कनेक्टिविटी
नई दिल्ली, 24 जून 2025 — दिल्ली और एनसीआर के लाखों लोगों के लिए राहत भरी खबर है। आने वाले समय में राजधानी में ट्रैफिक जाम से परेशान होना बीते दिनों की बात हो सकती है। केंद्र सरकार और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) मिलकर कई बड़े हाईवे और टनल प्रोजेक्ट्स पर तेज़ी से काम कर रहे हैं, जिससे न केवल दिल्लीवासियों को बल्कि दिल्ली आने-जाने वाले यात्रियों को भी बहुत फायदा मिलेगा।
ये प्रोजेक्ट्स दिल्ली के मुख्य मार्गों पर दबाव कम करेंगे, समय और ईंधन की बचत करेंगे और पर्यावरण को भी संरक्षित करेंगे।
1. दिल्ली-कटरा एक्सप्रेसवे (NE-5) का विस्तार
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लंबाई: 20 किलोमीटर
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लागत: ₹4,000 करोड़
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फायदा: जम्मू-कश्मीर, पंजाब और हरियाणा से दिल्ली व IGI एयरपोर्ट तक ट्रैफिक की सीधी पहुंच।
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स्थिति: DPR (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार की जा रही है।
2. दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे से UER-II का कनेक्शन
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लंबाई: 17 किलोमीटर
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लागत: ₹3,350 करोड़
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फायदा: बाहरी ट्रैफिक दिल्ली के अंदर घुसे बिना डायवर्ट हो जाएगा।
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स्थिति: DPR के लिए बिडिंग प्रक्रिया जारी।
3. गाजियाबाद-फरीदाबाद-नोएडा हाईवे
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लंबाई: 65 किलोमीटर
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लागत: ₹7,500 करोड़
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फायदा: दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे, यमुना एक्सप्रेसवे और DND को आपस में जोड़ेगा।
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स्थिति: DPR की प्रक्रिया जारी।
4. द्वारका एक्सप्रेसवे से वसंत कुंज तक रोड टनल
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लंबाई: 5 किलोमीटर
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लागत: ₹3,500 करोड़
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फायदा: महिपालपुर और धौला कुआं के ट्रैफिक से बचने का वैकल्पिक रास्ता।
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स्थिति: मंत्रालय में मंजूरी का इंतजार।
5. AIIMS से महिपालपुर होते हुए गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड तक एलिवेटेड कॉरिडोर
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लंबाई: 20 किलोमीटर
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लागत: ₹5,000 करोड़ (अनुमानित)
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फायदा: दिल्ली-गुरुग्राम के बीच नया हाई-स्पीड रूट।
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स्थिति: टेंडर प्रक्रिया चालू।
6. कालिंदी कुंज इंटरचेंज निर्माण
यह नया इंटरचेंज दिल्ली-नोएडा रोड और आगरा नहर रोड को जोड़ेगा, जिससे यातायात का प्रवाह बेहतर होगा और जाम में कमी आएगी।
7. दिल्ली सरकार से लिए गए पुराने रोड सेक्शन का सुधार
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कुल लंबाई: 34.5 किलोमीटर
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शामिल रोड:
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NH-09 (हरियाणा बॉर्डर से पंजाबी बाग) – 18.5 किमी
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NH-2 (आश्रम से बदरपुर) – 7.5 किमी
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NH-148A (महरौली से हरियाणा बॉर्डर) – 8.5 किमी
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काम: NHAI द्वारा मरम्मत, ड्रेनेज सुधार और सौंदर्यीकरण।
8. निर्माण कचरे से हो रहा सड़क निर्माण (C&D Waste Initiative)
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उपयोग:
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UER-II प्रोजेक्ट: 10 लाख मीट्रिक टन
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DND-फरीदाबाद-सोहना प्रोजेक्ट: 3.4 लाख मीट्रिक टन
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फायदा:
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लागत में कमी
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कचरे का पुनः उपयोग
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पर्यावरण संरक्षण
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निष्कर्ष: नई योजनाओं से बदलेगी दिल्ली-NCR की सूरत
इन सभी हाईवे और टनल प्रोजेक्ट्स के पूरा होते ही दिल्ली-एनसीआर के लोगों को ट्रैफिक की परेशानी से बड़ी राहत मिलेगी। इन योजनाओं से सफर तेज़, सुरक्षित और इको-फ्रेंडली बनेगा। दिल्ली की कनेक्टिविटी देशभर से बेहतर होगी और समय व ईंधन की बचत के साथ-साथ वायु प्रदूषण में भी गिरावट आएगी।