राज्य भर में आंधी-तूफान के साथ बिजली गिरने की घटनाएं, बच्चों से लेकर पशुओं तक की जान गई
भोपाल: मध्यप्रदेश के कई जिलों में बीते दो दिनों से जारी असमय बारिश और आंधी-तूफान के दौरान आकाशीय बिजली गिरने से कम से कम 6 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हुए हैं। इस प्राकृतिक आपदा में बच्चों, महिलाओं और पशुओं को भी नुकसान पहुंचा है।
दमोह: आम तोड़ने गए बच्चों पर गिरी बिजली
दमोह जिले के सिमरी बरोदा गांव, थाना मग्रोन क्षेत्र में शनिवार शाम एक दर्दनाक हादसा हुआ। आम बीनने खेत में गए तीन किशोर बिजली की चपेट में आ गए।
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मृतक: मदन (15), पुत्र कमोदा अहिरवार
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घायल: अमित (14), पुत्र नारायण अहिरवार व अनिल (17)
मदन को हटा सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मृतक के शरीर पर बिजली के जलने के निशान और फटे कपड़े मिले हैं। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
धार जिले में खेतों में काम कर रही महिलाओं की मौत
धार के सरदारपुर क्षेत्र में तीन अलग-अलग स्थानों पर बिजली गिरने से तीन लोगों की मौत हुई।
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वर्दी बाई, निवासी कुमार रूंडी
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सुखराम, निवासी नाहरपुरा जोलाना
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मुननी बाई (28), निवासी राताकोट
तीनों मृतक खेतों में काम कर रहे थे। पोस्टमॉर्टम सरदारपुर अस्पताल में किया गया।
अमझेरा: पशुओं की मौत और एक युवक घायल
अमझेरा थाना क्षेत्र के बख्तावर जलाशय के पास बिजली गिरने से 7 बकरियों की मौत हो गई और 25 वर्षीय नितेश गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे अमझेरा हेल्थ सेंटर में भर्ती कराया गया है।
मैहर: पेड़ के नीचे शरण ले रहे युवक की मौत
मैहर के मदई गांव में अचानक मौसम बदलने पर एक युवक, सुरज रावत (35), पेड़ के नीचे खड़ा था। बिजली गिरने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
इस क्षेत्र में और भी लोग घायल हुए:
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अतुल कोल (13) व महाजन कोल (23) – बकरियां चरा रहे थे
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कल्पना सिंह (32) और किशन सिंह (8) – खेतों में काम करते समय घायल
इन सभी को मैहर सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सीहोर में चरवाहे की मौत
सीहोर जिले के शंभूखेड़ी गांव में कैलाश (50) नामक व्यक्ति की बिजली गिरने से मौत हो गई। वह पशुओं को चराने गया था। साथ में मौजूद दो लोग घायल हैं और उनका इलाज जारी है।
मौसम विभाग का अलर्ट: सावधानी बरतने की अपील
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया कि तेज गर्मी और नमी के कारण उत्पन्न हुए गंभीर तूफानी बादलों से यह घटनाएं हो रही हैं। विभाग ने लोगों से अपील की है कि खुले मैदान या पेड़ के नीचे शरण लेने से बचें और खराब मौसम के दौरान घर में ही रहें।