भोपाल में राजधानी एक्सप्रेस पर पथराव, यात्रियों में मची दहशत
भोपाल, 22 जून 2025 — मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के पास शुक्रवार रात एक बड़ी घटना घटी, जब केएसआर बेंगलुरु-हजरत निजामुद्दीन राजधानी एक्सप्रेस (22691) पर पथराव किया गया। यह हादसा रानी कमलापति (पूर्व में हबीबगंज) और भोपाल स्टेशन के बीच हुआ, जब ट्रेन तेज रफ्तार से गुजर रही थी। सौभाग्यवश इस हमले में कोई भी यात्री घायल नहीं हुआ, लेकिन कोच में मौजूद लोगों के बीच दहशत का माहौल बन गया।
खाना खाते समय प्लेट में गिरा पत्थर
इस पथराव की घटना को ट्रेन के बी-4 कोच में यात्रा कर रहे यात्री दीपक कुमार ने बताया। उनके अनुसार, वह रात में खाना खा रहे थे, तभी अचानक खिड़की का शीशा टूटा और एक पत्थर सीधा उनकी थाली में आ गिरा। उन्होंने बताया कि यह हमला बेहद नजदीक से किया गया, जिससे साफ जाहिर है कि यह हरकत जानलेवा इरादे से की गई थी।
आरपीएफ ने शुरू की जांच, मामला दर्ज
रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के भोपाल मंडल के कमांडेंट प्रशांत यादव ने जानकारी दी कि दीपक कुमार की शिकायत पर केस दर्ज कर लिया गया है। यह घटना रात करीब 10:30 बजे हुई और 10:42 बजे रेल मदद पोर्टल पर इसकी सूचना दी गई। आरपीएफ की टीम ने तुरंत घटनास्थल की जांच शुरू की और आसपास के इलाकों की CCTV फुटेज खंगालना शुरू कर दिया है।
प्रशांत यादव ने कहा,
“हम गंभीरता से इस मामले की जांच कर रहे हैं और उम्मीद है कि एक-दो दिनों में हम आरोपियों तक पहुंच जाएंगे।”
राजनीतिक नेता भी हुए शिकार, बाल-बाल बचे
घटना के समय ट्रेन में भाजपा महाराष्ट्र इकाई के नेता चंदन गोस्वामी भी मौजूद थे। वह भी बी-4 कोच में यात्रा कर रहे थे और उनकी सीट संख्या 9 थी। उन्होंने बताया कि पत्थर खिड़की के शीशे के नीचे लगा और वह बाल-बाल बच गए। उन्होंने रेलवे प्रशासन से यात्रियों की सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाने की मांग की।
यात्रियों की सुरक्षा पर उठे सवाल
इस घटना के बाद से यात्रियों की सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े हो गए हैं। राजधानी एक्सप्रेस जैसी महत्वपूर्ण ट्रेनों पर इस तरह की घटनाएं यह दर्शाती हैं कि रेलवे ट्रैक के पास की सुरक्षा व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता है।
चंदन गोस्वामी ने कहा,
“दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाना चाहिए ताकि इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों। रेलवे को सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने चाहिए।”
रेलवे की अपील: किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना दें
रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि यात्रा के दौरान यदि किसी संदिग्ध गतिविधि को देखें तो तुरंत रेल मदद पोर्टल या 139 हेल्पलाइन नंबर पर जानकारी दें। इससे सुरक्षा एजेंसियां समय रहते कार्रवाई कर सकती हैं।
निष्कर्ष: सुरक्षा है सबसे बड़ी प्राथमिकता
इस पथराव की घटना ने एक बार फिर दिखा दिया कि यात्रियों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जा सकता। रेलवे प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां सक्रिय हैं, लेकिन साथ ही आम नागरिकों की भागीदारी भी जरूरी है ताकि इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।