इजराइल ईरान तनाव: अराक परमाणु रिएक्टर पर हमले की तैयारी, इस्राइल ने लोगों से इलाका खाली करने को कहा

इजराइल-ईरान तनाव में नई तेजी

⚠️ इजराइल-ईरान तनाव में नई तेजी, सातवें दिन भी जारी संघर्ष

मध्य पूर्व में इजराइल और ईरान के बीच चल रहा तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। युद्ध जैसे हालात अब सातवें दिन में प्रवेश कर चुके हैं। दोनों देशों के बीच मिसाइल हमले, एयरस्ट्राइक और साइबर हमले थमने का नाम नहीं ले रहे। इसी कड़ी में अब एक बड़ा अलर्ट सामने आया है।


🧨 इस्राइल का अगला निशाना: अराक हैवी वाटर परमाणु रिएक्टर

इजराइल ने ईरान के अराक हैवी वाटर रिएक्टर पर हमले की तैयारी कर ली है। यह रिएक्टर ईरान की परमाणु ऊर्जा परियोजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस्राइली सेना ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि इलाके में रह रहे लोग तुरंत क्षेत्र खाली करें, क्योंकि वहां सैन्य कार्रवाई की जा सकती है।

एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर जारी चेतावनी पोस्ट में एक सैटेलाइट इमेज भी साझा की गई है, जिसमें अराक रिएक्टर को लाल घेरे में दिखाया गया है। यह इजराइल की ओर से दिए जाने वाले उन पूर्व अलर्ट्स की तरह है, जो हमलों से पहले नागरिकों को सतर्क करने के लिए जारी किए जाते हैं।


🧪 अराक रिएक्टर की अहमियत क्या है?

अराक हैवी वाटर रिएक्टर की शुरुआत 2019 में हुई थी। इसका उद्देश्य था प्लूटोनियम का उत्पादन, जिसका इस्तेमाल परमाणु हथियारों में हो सकता है।

ब्रिटेन, चीन और अन्य देश पहले इस रिएक्टर को कम खतरनाक बनाने के लिए इसे दोबारा डिजाइन करने में ईरान की मदद कर रहे थे। हालांकि, 2018 में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा ईरान परमाणु समझौते से हटने के फैसले के बाद यह परियोजना रुक गई थी।


🌍 IAEA की अपील: इजराइल को संयम बरतने की सलाह

इस्राइली चेतावनी के बाद अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) ने चिंता जाहिर की है। संस्था ने इजराइल से अपील की है कि वह ईरानी परमाणु स्थलों पर हमला न करे, क्योंकि इससे क्षेत्रीय और वैश्विक शांति को खतरा हो सकता है।


💣 तेहरान में इजराइली हमले, मिसाइल उपकरण फैक्टरी ध्वस्त

इस्राइली सेना ने पहले ही तेहरान में यूरेनियम सेंट्रीफ्यूज संयंत्र और मिसाइल निर्माण इकाई को निशाना बनाया है। इन हमलों का उद्देश्य ईरान के परमाणु कार्यक्रम को कमजोर करना बताया गया है।


🚀 ईरान की जवाबी कार्रवाई: तेल अवीव और हाइफा पर मिसाइल हमले

इजराइली हमलों के जवाब में ईरान ने तेल अवीव और हाइफा समेत कई बड़े शहरों में मिसाइलें दागीं। इन हमलों में कई इमारतों को नुकसान पहुंचा है और नागरिकों को बंकरों में शरण लेने के निर्देश दिए गए हैं।


🗣️ खामनेई की चेतावनी: अमेरिका को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे

ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामनेई ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बिना शर्त सरेंडर की मांग को सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि अगर अमेरिका युद्ध में कूदा, तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। खामनेई ने दो टूक कहा कि “ईरान कभी आत्मसमर्पण नहीं करेगा।”


🧭 निष्कर्ष: परमाणु स्थलों को लेकर बढ़ा तनाव, दुनिया में चिंता

अराक रिएक्टर पर संभावित हमला इस टकराव को और खतरनाक मोड़ पर ले जा सकता है। परमाणु स्थलों को निशाना बनाए जाने से दुनिया भर में चिंता बढ़ गई है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को अब इस संघर्ष को रोकने और बातचीत की पहल करने की आवश्यकता है, ताकि मानवता को एक और बड़ी त्रासदी से बचाया जा सके।

यह भी पढ़े: इजराइल-ईरान युद्ध 2025: 60 फाइटर जेट्स से तेहरान पर हमला, जानिए संघर्ष के 10 बड़े अपडेट

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *