उत्तराखंड में भूस्खलन बना हादसे की वजह
बद्रीनाथ, उत्तराखंड: चारधाम यात्रा के बीच एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। सोमवार सुबह बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर जोशीमठ से चमोली की ओर जा रही एक कार पर अचानक पहाड़ से पत्थर गिरने लगे, जिससे कार में सवार एक महिला की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, कार में सवार दो अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा पातालगंगा के पास हुआ, जो हाल ही में हुई भारी बारिश के कारण भूस्खलन-प्रभावित क्षेत्र बना हुआ है।
पर्यटक वाहन पर गिरा भारी पत्थर
प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह वाहन हरियाणा से आए पर्यटकों का था। सोमवार सुबह जैसे ही कार पातालगंगा के पास पहुंची, वैसे ही ऊपर से अचानक पत्थर गिरने लगे। एक बड़ा पत्थर कार की छत पर गिरा, जिससे वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। इस हादसे में एक महिला की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो अन्य सवार गंभीर रूप से घायल हो गए।
एसडीआरएफ और पुलिस ने किया रेस्क्यू
हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। टीम ने तुरंत घायलों को कार से बाहर निकालकर नजदीकी अस्पताल पीपलकोटी भेजा, जहां उनका इलाज जारी है। मृतक महिला की पहचान और घायलों के नाम अभी स्पष्ट नहीं किए गए हैं, लेकिन सभी हरियाणा के निवासी बताए जा रहे हैं।
बारिश के कारण बढ़ा खतरा
उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में बीते कुछ दिनों से लगातार बारिश हो रही है, जिससे कई जगहों पर चट्टानें टूट रही हैं और भूस्खलन की घटनाएं सामने आ रही हैं। इससे राजमार्गों पर सफर कर रहे यात्रियों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है। प्रशासन की ओर से पहले ही यात्रियों को सावधानी बरतने और मौसम की जानकारी लेकर यात्रा करने की सलाह दी गई थी।
प्रशासन ने जारी की चेतावनी
बद्रीनाथ हाईवे पर लगातार हो रहे भूस्खलन को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और मौसम विभाग द्वारा जारी चेतावनियों का पालन करें। साथ ही यात्रियों को ऊंचे और पहाड़ी इलाकों में रुकने या वाहन धीमा चलाने की सलाह दी जा रही है।
चारधाम यात्रा पर असर
यह हादसा ऐसे समय पर हुआ है जब बद्रीनाथ यात्रा अपने चरम पर है। हर साल हजारों श्रद्धालु और पर्यटक इस यात्रा पर आते हैं, लेकिन ऐसे हादसे यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर देते हैं। चारधाम यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक मजबूत करने की जरूरत महसूस की जा रही है।
निष्कर्ष
बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुआ यह हादसा पहाड़ी क्षेत्रों में यात्रा के दौरान संभावित खतरों की एक बार फिर याद दिलाता है। लगातार हो रही बारिश और भूस्खलन की घटनाएं यात्रियों की सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौती बनती जा रही हैं। ऐसे में प्रशासन को चाहिए कि वह संवेदनशील क्षेत्रों में ट्रैफिक कंट्रोल और मॉनिटरिंग सिस्टम को और बेहतर बनाए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।