नई दिल्ली: शशि थरूर ने की पीएम मोदी की खुले दिल से तारीफ
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद शशि थरूर ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भूमिका की सराहना की है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर लिखे गए एक कॉलम में थरूर ने पीएम मोदी को भारत के लिए “प्राइम एसेट” करार दिया और उनकी ऊर्जा, गतिशीलता और वैश्विक सहभागिता को देश के लिए लाभकारी बताया।
थरूर ने तीन T पर दिया जोर
शशि थरूर ने भारत की भविष्य की वैश्विक रणनीति के लिए तीन प्रमुख स्तंभों – तकनीक (Technology), व्यापार (Trade) और परंपरा (Tradition) – को जरूरी बताया। उनका मानना है कि भारत को इन तीन T के आधार पर आगे बढ़ते हुए एक न्यायपूर्ण, सुरक्षित और समृद्ध वैश्विक व्यवस्था के निर्माण में अग्रणी भूमिका निभानी चाहिए।
“मोदी की इच्छाशक्ति ने भारत को नई पहचान दिलाई”
थरूर ने अपने कॉलम में लिखा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ऊर्जा, गतिशीलता और सहभागिता की इच्छाशक्ति वैश्विक मंच पर भारत के लिए एक प्राइम एसेट बनी हुई है।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की सकारात्मक छवि को बनाए रखने के लिए केवल प्रधानमंत्री की कोशिशें काफी नहीं हैं, बल्कि इसके लिए पूरे देश का सहयोग जरूरी है।
सॉफ्ट पावर और सार्वजनिक कूटनीति पर जोर
शशि थरूर ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जैसे अभियानों को भारत की सॉफ्ट पावर (soft power) का हिस्सा बताते हुए कहा कि सार्वजनिक कूटनीति (public diplomacy) का सही उपयोग भारत को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर मजबूत स्थिति दिला सकता है। उन्होंने इस अभियान को भारत की एकता, रणनीतिक सोच और वैश्विक संपर्क क्षमता का प्रतीक बताया।
राजनीतिक मतभेदों के बावजूद समर्थन
थरूर द्वारा पीएम मोदी की तारीफ किए जाने के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल मचना तय था। कांग्रेस और भाजपा के बीच पहले ही इस मुद्दे को लेकर बयानबाज़ी हो चुकी है, खासकर थरूर की ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में भागीदारी को लेकर। हालांकि, थरूर ने स्पष्ट किया कि इस मिशन का उद्देश्य राजनीतिक नहीं, बल्कि भारत की वैश्विक स्थिति को मजबूत करना है।
“एकता की शक्ति और स्पष्ट संचार की भूमिका अहम”
थरूर ने यह भी लिखा कि इस अभियान के माध्यम से उन्हें यह समझने का अवसर मिला कि कैसे “एकता की शक्ति, स्पष्ट संचार, सॉफ्ट पावर और सतत सार्वजनिक कूटनीति” भारत को बढ़ते हुए जटिल अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य में मार्गदर्शन प्रदान कर सकते हैं।
ये भी पढ़े: “If Born a Hundred Times, I’ll Love My Country”: Shashi Tharoor’s Emotional Post After US Tour Ends
निष्कर्ष: राष्ट्रीय हित को प्राथमिकता
शशि थरूर का यह बयान दर्शाता है कि राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठकर यदि कोई राष्ट्रीय हित की बात करता है, तो उसे समर्थन मिलना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अंतरराष्ट्रीय छवि और प्रभाव को थरूर जैसे विपक्षी नेता द्वारा सराहना, भारतीय राजनीति में एक सकारात्मक संकेत है कि जब बात देश के हित की हो, तो सहयोग और प्रशंसा की भी गुंजाइश होनी चाहिए।