मुंबई के बोरीवली में 45 लाख की चोरी, घरेलू सहायिका निकली मास्टरमाइंड
मुंबई: महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई के बोरीवली इलाके में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक घरेलू सहायिका (मेड) ने अपने मालिक के घर से 45 लाख रुपये की नकदी चुरा ली। पुलिस ने इस मामले में महिला समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर की गई।
घरेलू सहायिका और उसके साथी ने मिलकर रची साजिश
पुलिस के अनुसार, आरोपी महिला की पहचान अनुराधा रणदिवे (36 वर्ष) और उसके पुरुष साथी की पहचान अशफाक इस्लाम खान (28 वर्ष) के रूप में हुई है। अनुराधा कुछ दिन पहले ही एक निजी एजेंसी के माध्यम से पीड़ित व्यापारी वरुण वासानी के घर मेड के तौर पर काम पर रखी गई थी। वरुण वासानी बोरीवली में थोक किराना व्यापारी हैं।
बिना बताए गायब हुई मेड, अलमारी से पैसे भी हुए गायब
कुछ दिन काम करने के बाद अनुराधा अचानक बिना किसी को बताए घर से चली गई और उसका फोन भी बंद हो गया। इस पर वरुण वासानी की पत्नी ने बोरीवली पुलिस स्टेशन में मेड की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
दो दिन बाद जब वरुण अलमारी से नकदी निकालने पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि 45 लाख रुपये से भरा बैग गायब था।
सीसीटीवी फुटेज बना सबूत, पुलिस ने तुरंत की कार्रवाई
वासानी परिवार ने तुरंत हाउसिंग सोसाइटी के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक की, जिसमें साफ देखा गया कि अनुराधा वही बैग लेकर इमारत से बाहर जा रही थी।
सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी जानकारी की मदद से पुलिस ने कुछ ही घंटों में अनुराधा और उसके साथी अशफाक को गिरफ्तार कर लिया।
17 लाख रुपये की नकदी बरामद, बाकी की तलाश जारी
पूछताछ के दौरान अनुराधा ने चोरी की बात स्वीकार कर ली है। पुलिस ने दोनों आरोपियों के पास से 17 लाख रुपये की नकदी बरामद कर ली है। अधिकारी ने बताया कि चोरी गई शेष रकम को भी जल्द बरामद करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
पुलिस कर रही गहन पूछताछ
पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि इस चोरी की योजना कब और कैसे बनाई गई। क्या इसमें किसी और व्यक्ति की भी संलिप्तता है? अनुराधा और अशफाक के पुराने आपराधिक रिकॉर्ड की भी जांच की जा रही है।
निजी एजेंसियों से मेड रखने से पहले सावधानी जरूरी
यह घटना उन लोगों के लिए भी चेतावनी है जो घरेलू सहायिका या नौकरानी को निजी एजेंसी के माध्यम से काम पर रखते हैं। घरेलू कर्मचारियों की सही पहचान और पृष्ठभूमि जांच करना बेहद जरूरी है।
निष्कर्ष
मुंबई जैसे मेट्रो शहरों में बढ़ते अपराधों के बीच यह घटना एक बार फिर से घरेलू सुरक्षा पर सवाल खड़े करती है। बोरीवली पुलिस की तत्परता और तकनीकी मदद से मामले को सुलझाना सराहनीय है। फिलहाल पुलिस आगे की जांच में जुटी है और पूरी रकम की बरामदगी के प्रयास जारी हैं।