BJ मेडिकल कॉलेज का इतिहास, शुरुआत और विकास की कहानी
अहमदाबाद: हाल ही में अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 एक भयानक हादसे का शिकार हो गई। यह विमान टेकऑफ के कुछ ही मिनटों बाद अहमदाबाद के प्रतिष्ठित BJ मेडिकल कॉलेज की बिल्डिंग पर गिर गया। इस दुर्घटना ने पूरे देश को हिला कर रख दिया। इस हादसे के बाद लोगों का ध्यान इस ऐतिहासिक संस्थान पर गया, जहां यह त्रासदी घटी।
आज हम आपको इस कॉलेज के इतिहास और इसकी शुरुआत से लेकर अब तक के सफर के बारे में बता रहे हैं।
कैसे हुई BJ मेडिकल कॉलेज की शुरुआत?
BJ मेडिकल कॉलेज की स्थापना वर्ष 1871 में ‘अहमदाबाद मेडिकल स्कूल’ के नाम से हुई थी। यह संस्थान उस समय सिर्फ 14 छात्रों के साथ शुरू हुआ था, जो प्राथमिक स्तर की मेडिकल ट्रेनिंग प्राप्त करते थे। इस स्कूल की स्थापना का मुख्य उद्देश्य स्थानीय स्वास्थ्य सेवाओं के लिए प्रशिक्षित चिकित्सा कर्मचारियों को तैयार करना था।
इसकी स्थापना का श्रेय तत्कालीन बंबई प्रेसीडेंसी को जाता है, जिसने अहमदाबाद में एक स्थायी मेडिकल ट्रेनिंग स्कूल शुरू करने का निर्णय लिया था। उस समय मेडिकल शिक्षा बहुत सीमित थी और यह प्रयास स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में एक बड़ा कदम माना गया।
दान की रकम से बना कॉलेज
इस मेडिकल स्कूल को कॉलेज का रूप देने में अहम योगदान था सर भाऊसिंहजी जैवराजजी का, जिन्होंने इस संस्थान के विकास के लिए दान दिया था। उन्हीं के नाम पर इसका नामकरण हुआ – BJ Medical College। ‘BJ’ का पूरा नाम है Bhavsinhji Jivabhai। दान में मिले धन से कॉलेज को विस्तार मिला और 1946 में यह एक पूर्ण मेडिकल कॉलेज बन गया।
सरकारी कॉलेज के रूप में मान्यता
BJ मेडिकल कॉलेज गुजरात राज्य सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के अंतर्गत आता है। यह अहमदाबाद स्थित एशिया के सबसे बड़े सिविल अस्पताल से भी जुड़ा हुआ है, जहां हजारों मरीजों का इलाज होता है और छात्र व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करते हैं।
कॉलेज में एमबीबीएस के साथ-साथ पीजी, सुपर स्पेशलिटी और नर्सिंग कोर्सेज भी कराए जाते हैं। हर साल यहां सैकड़ों छात्र मेडिकल की पढ़ाई के लिए दाखिला लेते हैं।
प्लेन क्रैश से हुआ नुकसान
12 जून 2025 को एयर इंडिया का एक ड्रीमलाइनर विमान, जिसमें 242 लोग सवार थे, टेकऑफ के कुछ मिनटों बाद तकनीकी खराबी के कारण BJ मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल परिसर में गिर गया। हादसे के वक्त कई छात्र दोपहर का भोजन कर रहे थे। इस दुर्घटना में कई छात्रों की भी जान गई और इमारत को भी गंभीर नुकसान हुआ।
बीजे मेडिकल कॉलेज का भविष्य
इस हादसे के बावजूद BJ मेडिकल कॉलेज की शिक्षा व्यवस्था और उसकी सेवा भावना में कोई कमी नहीं आई है। यह संस्थान ना केवल गुजरात बल्कि पूरे देश के लिए एक गौरव है। आज भी यह कॉलेज उत्कृष्ट चिकित्सा शिक्षा, अनुसंधान और मरीजों की सेवा के लिए जाना जाता है।
निष्कर्ष
BJ मेडिकल कॉलेज सिर्फ एक शैक्षणिक संस्थान नहीं, बल्कि एक ऐतिहासिक धरोहर है जिसने हजारों डॉक्टरों को देश-विदेश में सेवा करने के योग्य बनाया है। वर्तमान हादसे ने जरूर क्षति पहुंचाई है, लेकिन इस कॉलेज की विरासत और योगदान को भुलाया नहीं जा सकता।