Odisha के गंजाम जिले स्थित गोपालपुर बीच पर एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। 20 वर्षीय कॉलेज छात्रा के साथ रविवार, 15 जून 2025 की रात करीब 8:30 बजे कथित रूप से गैंगरेप किया गया। पीड़िता अपने पुरुष मित्र के साथ राजा पर्व के अवसर पर गोपालपुर बीच घूमने गई थी। यह त्योहार महिलाओं की उर्वरता और सशक्तिकरण का प्रतीक माना जाता है।
दोनों एक सुनसान स्थान पर बैठे थे, तभी लगभग 10 युवक बाइक से वहां पहुंचे। उन्होंने पीड़िता के दोस्त को पकड़कर एक तरफ ले जाकर बांध दिया और उसे पीटा। इसके बाद युवती को पास के एक सुनसान घर में ले जाकर बारी-बारी से उसका कथित रूप से बलात्कार किया।
पीड़िता कौन है?
पुलिस के अनुसार, पीड़िता एक निजी कॉलेज की छात्रा है और बरहामपुर के एक प्राइवेट मैस में रह रही थी। उसका दोस्त भी उसी कॉलेज का छात्र है। दोनों राजा पर्व के दौरान बीच पर घूमने गए थे। घटना के बाद दोनों किसी तरह वहां से निकले और रात करीब 11 बजे गोपालपुर पुलिस स्टेशन पहुंचे।
आरोपी कौन हैं?
पुलिस ने जानकारी दी कि सभी 10 आरोपी गंजाम जिले के हिंजिलिकट इलाके के रहने वाले हैं। सभी वयस्क हैं और अधिकतर बेरोजगार बताए जा रहे हैं। प्रारंभिक जांच में उनके आपराधिक रिकॉर्ड की भी पुष्टि की जा रही है। पहले 7 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था और बाद में सभी 10 को गिरफ्तार कर लिया गया। ये लोग घटना के बाद किसी दूसरे राज्य में भागने की कोशिश कर रहे थे।
Odisha Police की जांच और कार्रवाई
Odisha Police ने मामला भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 70 के तहत दर्ज किया है, जो गैंगरेप से संबंधित है। पीड़िता का मेडिकल परीक्षण हो चुका है और उसकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है। पुलिस ने जांच के लिए विशेष टीमें बनाई हैं, जो सभी एंगल से घटना की जांच कर रही हैं।
इस घटना में डिजिटल ब्लैकमेलिंग का भी पहलू जुड़ा है, क्योंकि आरोपियों ने कथित तौर पर कपल की तस्वीरें लीं और उन्हें वायरल करने की धमकी दी। यह साइबर-अपराध के बढ़ते खतरों की ओर भी संकेत करता है।
सोशल मीडिया और सरकार की प्रतिक्रिया
घटना के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर गुस्सा और आक्रोश फैल गया। ट्विटर और फेसबुक जैसे प्लेटफॉर्म्स पर #JusticeForGopalpurVictim और #SafeBeaches ट्रेंड कर रहे हैं।
उपमुख्यमंत्री प्रवाती परिदा ने X (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट कर कहा:
“मैं गोपालपुर बीच पर एक युवती के साथ हुई सामूहिक दुष्कर्म की घटना से बेहद दुखी हूं। अब तक 10 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। मैंने एसपी से बात की है और गहन जांच और कड़े कदमों के निर्देश दिए हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।”
इस घटना ने राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन की भूमिका पर सवाल खड़े कर दिए हैं, विशेष रूप से पर्यटक स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर।
पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा और डिजिटल अपराध का नया खतरा
Odisha जैसी जगहें जहां हजारों पर्यटक साल भर आते हैं, वहां ऐसी घटनाएं राज्य की छवि और पर्यटन क्षेत्र की विश्वसनीयता को प्रभावित करती हैं। इस मामले में केवल शारीरिक हिंसा ही नहीं, बल्कि डिजिटल ब्लैकमेलिंग का भी सहारा लिया गया, जो अब अपराधियों का नया हथियार बनता जा रहा है। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में वैश्विक स्तर पर ऐसे साइबर-यौन अपराधों में 20% की वृद्धि दर्ज की गई। इससे स्पष्ट है कि अब पुलिस और प्रशासन को पारंपरिक सुरक्षा उपायों के साथ-साथ डिजिटल निगरानी और साइबर-क्राइम पर भी सख्ती बरतनी होगी।
गोपालपुर गैंगरेप कांड ने ओडिशा की पर्यटन छवि और महिला सुरक्षा पर गहरा प्रभाव डाला है। जहां एक ओर राजा पर्व महिलाओं के सम्मान और सशक्तिकरण का प्रतीक है, वहीं दूसरी ओर ऐसी घटनाएं इस भावना को ठेस पहुंचाती हैं।
यह आवश्यक है कि दोषियों को शीघ्र और सख्त सजा मिले ताकि महिलाओं में सुरक्षा की भावना लौट सके। साथ ही, डिजिटल अपराधों से निपटने के लिए भी विशेष कानून और निगरानी व्यवस्था की आवश्यकता है।