इंदौर मर्डर केस में खुलासा, संदिग्ध पहचान बना चर्चा का विषय
इंदौर: बहुचर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड में अब एक बड़ा खुलासा सामने आया है। मामले में एक नया नाम संजय वर्मा जुड़ने के बाद सस्पेंस और भी गहरा गया था। लेकिन अब जांच के दौरान पता चला है कि संजय वर्मा की असली पहचान राज कुशवाहा के रूप में हुई है।
कॉल डिटेल्स ने खोला राज
सूत्रों के अनुसार, पुलिस को हाथ लगे कॉल डिटेल रिकॉर्ड्स (CDR) में एक नंबर की जानकारी मिली है, जिससे सोनम रघुवंशी और ‘संजय वर्मा’ के बीच 234 बार बातचीत हुई थी।
जब इस नंबर की पहचान True Caller के जरिए की गई, तो वह संजय वर्मा के नाम से रजिस्टर्ड पाया गया। लेकिन अब पता चला है कि यह नंबर असल में राज कुशवाहा के घर के पते पर रजिस्टर्ड था।
छद्म नाम से की गई बातचीत
जांच में यह भी सामने आया है कि सोनम की सगाई और राजा रघुवंशी से शादी के बीच यह नंबर सक्रिय था और उसी दौरान दोनों के बीच लंबी बातचीत होती रही। इसके बाद नंबर अचानक बंद हो गया, जिससे पुलिस का शक और गहरा गया।
ऐसा माना जा रहा है कि राज कुशवाहा ने संजय वर्मा का नाम इस्तेमाल कर सोनम से रिश्ता बनाए रखा, और अपनी असली पहचान छुपाई।
पुलिस की चुप्पी बनी रहस्य
हालांकि इस संपूर्ण मामले में अभी तक पुलिस ने कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। ना ही उन्होंने यह पुष्टि की है कि कॉल डिटेल में दर्ज संजय वर्मा ही राज कुशवाहा है।
पुलिस की ओर से मामले की गहराई से जांच की जा रही है और संभावित है कि जल्द ही इस मामले में और भी अहम जानकारियां सामने आएंगी।
हत्या की मंशा और प्रेम संबंध की जांच
अब जब प्रेम प्रसंग की बात सामने आ चुकी है, तो राजा रघुवंशी की हत्या के पीछे की मंशा पर भी सवाल उठने लगे हैं। क्या यह एक प्रेम त्रिकोण था? क्या इस रिश्ते को लेकर कोई तनाव था जिसने हत्या की वजह बनाई?
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निष्कर्ष: खुलासों ने गहराई सस्पेंस
राजा रघुवंशी मर्डर केस में संजय वर्मा उर्फ राज कुशवाहा के नाम का सामने आना, कॉल डिटेल्स में दर्ज सैकड़ों कॉल्स और फर्जी पहचान ने इस केस को और भी पेचीदा बना दिया है।
अब सबकी नजरें पुलिस की अगली कार्रवाई और आधिकारिक बयान पर टिकी हैं।