IND vs ENG टेस्ट: 8 ड्रॉप कैच और ढहता निचला क्रम, लीड्स में भारत की हार के 5 बड़े कारण

लीड्स में भारत की हार के 5 बड़े कारण

हेडिंग्ले टेस्ट में भारत को 5 विकेट से हार, इंग्लैंड ने बनाई सीरीज में बढ़त

भारत और इंग्लैंड के बीच लीड्स के हेडिंग्ले क्रिकेट ग्राउंड पर खेले गए पहले टेस्ट मैच में टीम इंडिया को 5 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। इंग्लैंड ने 371 रन के विशाल लक्ष्य को पांचवें दिन के आखिरी सेशन में हासिल कर लिया और सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली। अब अगला मुकाबला 2 जुलाई से एजबेस्टन में खेला जाएगा।
इस हार ने भारत के लिए कई सवाल खड़े कर दिए हैं। आइए नजर डालते हैं उन 5 प्रमुख कारणों पर, जिनकी वजह से भारत यह मैच जीतते-जीतते हार गया।


1. फील्डिंग में बड़ी चूक: 8 ड्रॉप कैच

भारत की हार की सबसे बड़ी वजह खराब फील्डिंग रही। पूरी मैच में भारतीय फील्डर्स ने 8 कैच टपकाए, जिनमें से कई मौके निर्णायक साबित हुए। खासतौर पर दूसरी पारी में इंग्लैंड के टॉप ऑर्डर बल्लेबाजों को मिले जीवनदान ने भारत की पकड़ ढीली कर दी। जब टेस्ट मैच पांचवें दिन तक जाता है, वहां एक भी कैच भारी पड़ सकता है — और भारत ने तो 8 मौके गंवाए।


2. निचले क्रम का लगातार फ्लॉप होना

भारतीय बल्लेबाजी क्रम का लोअर ऑर्डर एक बार फिर फेल रहा। दूसरी पारी में भारत के आखिरी पांच बल्लेबाज सिर्फ 39 रन जोड़ सके। जब टीम को 350+ की बढ़त मिल सकती थी, तब बल्लेबाजों की गैरजिम्मेदाराना शॉट्स और तकनीकी खामियों ने भारत को बैकफुट पर धकेल दिया। इंग्लैंड के मजबूत बल्लेबाजी लाइनअप के सामने यह बढ़त नाकाफी साबित हुई।


3. गेंदबाजों की थकान और रणनीतिक चूक

जहां पहले तीन दिन भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया, वहीं आखिरी दिन उनमें थकान साफ नजर आई। जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज को जरूरत से ज्यादा ओवर डालने पड़े, जिससे उनकी धार कमजोर पड़ी। साथ ही, फील्ड सेटिंग और बॉलिंग चेंज को लेकर कप्तानी में भी कमी दिखी, जिससे इंग्लैंड के बल्लेबाज आसानी से रन बना सके।


4. इंग्लैंड की शानदार बल्लेबाजी रणनीति

इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने भारत की गेंदबाजी का डटकर सामना किया। जैक क्रॉली और जो रूट ने शानदार अर्धशतक और शतकीय साझेदारी कर भारत को मैच से बाहर कर दिया। दोनों ने स्पिन और पेस दोनों को बेअसर कर दिया और रन गति को कभी धीमा नहीं होने दिया। उनकी रणनीति साफ थी — दबाव में न आकर स्कोरबोर्ड को चलाते रहना।


5. DRS और रिव्यू में गलत फैसले

इस मैच में भारत ने DRS का इस्तेमाल गलत समय पर किया। कई मौकों पर टीम ने ऐसी अपीलों पर रिव्यू लिया, जहां गेंद स्टंप्स से दूर जा रही थी। वहीं, कुछ सही अपीलें बिना रिव्यू के छोड़ दी गईं। इससे टीम को विकेट मिलने के मौके हाथ से निकल गए।

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निष्कर्ष: आत्ममंथन की जरूरत

इस हार के बाद भारत को गंभीर आत्ममंथन करने की जरूरत है। खासतौर पर फील्डिंग, निचले क्रम की बल्लेबाजी और थकान भरे गेंदबाजी स्पेल पर काम करना होगा। अगर टीम इंडिया को सीरीज में वापसी करनी है, तो इन कमियों को जल्दी सुधारना होगा।


अगला मुकाबला कब और कहां?

भारत और इंग्लैंड के बीच दूसरा टेस्ट मैच 2 जुलाई से एजबेस्टन, बर्मिंघम में खेला जाएगा। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या भारतीय टीम वापसी कर पाती है या इंग्लैंड अपनी लय को कायम रखेगा।

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